पुस्तक परिचय - सूफ़िज़्म, कल्चर एंड पॉलिटिक्स


रज़ीउद्दीन अक़ील 


मेरी किताब, सूफ़िज़्म, कल्चर एंड पॉलिटिक्स (ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस), मध्यकालीन भारत के लोदी और सुर सुल्तानों और बादशाहों के तहत धर्म और राजनीति से जुड़े चंद अहम मुद्दों को समझने की एक छोटी सी कोशिश है. मैंने ख़ास तौर से उस दौर के सूफ़ी संतों और बुज़ुर्गों के उनके समकालीन राजनीतिक परिप्रेक्ष में महत्वपूर्ण सामाजिक और सांस्कृतिक रोल का अध्ययन किया है. सूफ़ियों ने बहुत ही ख़ूबसूरती से अपने इक़दार और मामलात को निभाते हुए हर तबक़े के लोगों में अपने लिए प्रशंसनीय जगह बनाई थी, जो उनके जीते जी और बाद में भी उनकी लोकप्रियता का कारण बनीं. एक सर्वव्यापी ख़ुदा जो सबका मालिक है को पाने के लिए सब कुछ न्योछावर कर देने की सूफ़ी मंशा और उनसे जुड़ी धारणाएं हर मज़हब और फ़िरक़े के लोगों को उनकी ओर आकर्षित करने में कामयाब हुयीं, हालांकि समय-समय पर होने वाले राजनीतिक तांडव की ज़द में लोगों को जोड़ने वाली आध्यात्मिक परम्पराएं टूटती हुई नज़र आती हैं. मेरी किताब इन ज्वलंत मुद्दों से झूझने का एक इतिहासकार द्वारा किया गया प्रयास है.

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